Yug Purush

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8TH SEMESTER ! भाग- 103( NEW WAR-2)

"साले सब देहाती हो,किसी को कुछ  नही आता..."

"टेंशन कईकू ले रहा है बावा, दूसरे की कॉपी से कॉपी करने का..."सामने कंप्यूटर के अंदर हो रये जादू को देखकर सौरभ ने कहा...

"तब तक क्या पकड़ के हिलाऊ, 2 घंटे के लैब  मे कुछ  तो करना माँगता ना बीड़ू....,जिससे अपना टाइम मक्खन के माफिक कट जाए."

"अब तो साला हमारे साथ जंगल का राजा भोपू भी नही है,जो लैब  के खाली टाइम मे पूरे कॉलेज की न्यूज़ सुनाए..."मैम  ने जब एक और जादू किया तो उसे देखते हुए मैं खिसिया गया और bhu को याद करने लगा...

"एक आइडिया है..."मोबाइल निकाल कर सौरभ बोला"वाईफ़ाई से नेट चलकर कुछ  डाउनलोड करते है..."

"सॉलिड आइडिया है...2 घंटे मे तो पेलम पेल  पोर्न डाउनलोड कर लेंगे..."

"मेरे ख़याल से हमे सी प्रोग्रामिंग का वीडियो डाउनलोड करके ,देखना चाहिए...क्या पता इस जादू की कोई ट्रिक समझ मे आ जाए.."सुलभ ने कहा और हम तीनो शांत होकर उसे घूरने  लगे...

सुलभ सच कह रहा था, यदि हम उस वक़्त सी प्रोग्रामिंग का वीडियो डाउनलोड करते तो कुछ  ना कुछ  तो भेजे मे घुसता ही...लेकिन हमने ऐसा नही किया,हम चारो मे से किसी ने भी ऐसा नही किया....

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"अब क्या.... दिन भर पढ़ाई ही करेंगे,थोड़ा टाइम तो हमे खुद के लिए निकालना चाहिए.. हमारी भी कुछ शारीरिक जरूरते है...."सुलभ को एक मुक्का जड़कर अरुण बोला..

"साले, बोल तो ऐसे रहा है...जैसे शाम को 5 बजे हॉस्टल  जाने के बाद से लेकर सुबह के 9 बजे कॉलेज आने तक बुक खोलकर ही बैठा रहता है..."सुलभ बोला और अपना हाथ सहलाने लगा...

"जो-जो सी प्रोग्रामिंग का वीडियो डाउनलोड करना चाहता है ,वो अपना -अपना हाथ खड़ा करे.. और जो -जो पोर्न डाउनलोड करना चाहते है, वो अपना -अपना....वो... खड़ा करें "मैने कहा और सुलभ के सिवा किसी और ने अपना हाथ खड़ा नही किया...

"तो हो गया फैसला फिर कि हम सी प्रोग्रामिंग का बवासीर वीडियो डाउनलोड ना करके मानव उत्पत्ति का  ज्ञान देने वाली वीडियो डाउनलोड करेंगे....और फोल्डर का नाम रहेगा..My Document"

"मैं सारी अपकमिंग मूवी के ट्रेलर डाउनलोड करता हूँ..."सौरभ ने कहा और काम मे लग गया..

"मैं कुछ  मूवीस डाउनलोड करता हूँ..."किसी हारे हुए शक्स की तरह सुलभ बोला और वो भी काम मे लग गया...

"मैं एचडी मे पॉर्न वीडियो डाउनलोड करता हूँ और फिर बाथरूम को स्पर्म डोनेट करेंगे..."बोलते हुए मैं भी काम मे लग गया...

"मैं क्या करूँ..."

"तू.....ह्म्म्म्..."कुछ  सोचकर सुलभ बोला"तू सी प्रोग्रामिंग का वीडियो डाउनलोड कर ले..."

सुलभ के मुँह से एक बार और सी प्रोग्रामिंग वर्ड सुनकर हम तीनो ने उसे खा जाने वाली नज़र से देखा और इशारा किया कि यदि उसने एक बार फिर यदि इस जादुई वर्ड का नेम लिया तो उसे बहुत पेलेंगे.....

"अबे मैं क्या करू..."अरुण ने एक बार फिर पुछा...

"तू....फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम से कॉलेज के लड़कियो की हॉट -हॉट फोटो डाउनलोड कर..."

"घंटा..."फिर जैसे ही अरुण को कुछ  याद आया वो बोला"मैं ~अँधेरी रात मे दिया तेरे हाथ मे ~डाउनलोड करता हूँ..."
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हम लोग इधर दबी मे कॉलेज की वाईफ़ाई का फुल यूज़ करके अपना काम निकाल रहे थे और उधर वो 5 फुट की दुबली-पतली मैम  अब भी कमांड पे कमांड दिए जा रही थी और लौन्डो के दिमाग़ मे बवासीर फैला रही थी......

जब लैब  ख़त्म हुआ तो हम चारो हॉस्टल  पहुँचे,जहाँ से अपने मोबाइल का सारा मेटीरियल अमर सर के लॅपटॉप मे डाला और फिर अपने-अपने मोबाइल मे लिया....

"अरमान एक मस्त न्यूज़ है..."अपना बैग टांग कर सुलभ बोला

"चल सुना.."

"एक शर्त पर...पहले बोल कि कल कैंटीन  मे मेरा सारा खर्चा तू उठाएगा..."

"रहने दे फिर..."

"ऐश  के बारे मे है...सोच ले"

"चल ठीक है...न्यूज़ बता"

"गौतम बास्केटबॉल  टूर्नामेंट मे जा रहा है,इसलिए 3-4 दिन तक ऐश  तुझे कॉलेज मे दिव्या के साथ ही दिखेगी..."

"परसो मैं तेरे कैंटीन  का बिल दूँगा..."दिव्या का नाम आते ही अरुण ख़ुशी से फुला नहीं समाया और बिस्तर से नीचे गिर गया...

"चल पहले मेरे ऑटो का किराया दे,ताकि मैं अपने रूम तक पहुच जाऊ..."
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सुलभ के जाने के बाद सारा दिन कॉलेज के वाईफ़ाई से डाउनलोड किए गये वीडियो को देखने मे बिताया और रात के 12 बजे अरुण के दिमाग़ मे ना जाने फर्स्ट ईयर  के हॉस्टल  जाने का विचार कहाँ से आ गया...हम दोनो फर्स्ट ईयर  के हॉस्टल  गये और वहाँ अरुण ने अपने दोस्तो को एचडी क्वालिटी मे डाउनलोड की गयी वीडियो दी, वहाँ से हमे एक बहुत ही रोचक इन्फर्मेशन मिली और वो इन्फर्मेशन ये थी कि दीपिका मैम  आज कल फर्स्ट ईयर  के एक लड़के पर कुछ  ज़्यादा मेहरबान है...वो अक्सर रिसेस के वक़्त उस लड़के को कंप्यूटर लैब  मे बुलाती है...ये सब जानकार मुझे समझने मे कोई परेशानी नही हुई कि रिसेस मे दीपिका मैम  और उस लड़के के बीच मे क्या होता है....

हॉस्टल  के जिस लड़के पर दीपिका मैम  आजकल मेहरबान थी मुझे उससे थोड़ी जलन भी हुई की वो लड़का अब मेरी जगह ले रहा है...खैर कोई बात नही ,क्यूंकी मुझे मालूम था कि दीपिका मैम  मेरे कारनामे को कभी नही भूलेगी और ना ही मुझे...क्यूंकी वो लड़का भले ही मुझसे ज़्यादा handsome हो,वो भले ही सेक्स आर्ट मे मुझसे माहिर हो,लेकिन वो ऐसा लड़का नही था,जैसा कि मैं....मतलब कि वो मुझसे ज़्यादा पॉपुलर नही था और ना ही उसने अपने फर्स्ट ईयर  के दौरान 7 साल से इंजिनियरिंग कर रहे अपने सूपर सीनियर को मारा था और जहाँ तक मेरा अंदाज़ा है उस लड़के मे इतनी हिम्मत नही थी कि वो एक डॉन के बेटे से बार-बार पंगा ले और उसकी गर्लफ्रेंड को अपने लेफ्ट साइड मे बसा ले.. इसलिए मेरी जलन दूसरे पल ही कूलिंग रिएक्शन के कारण ठंडी पड़ गयी...जिसकी एक वजह ये भी थी कि मुझे फर्स्ट ईयर  से ही मालूम था कि दीपिका मैम  और मेरा साथ महज कुछ  दिनो का है.... मुझे और दीपिका मैम को एक दूसरे से सिर्फ अपना -अपना पानी निकालने का मतलब था. जो हमने निकाला भी...

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अभी मैं  अरुण और वरुण के सामने अपने अतीत के और पन्ने खोलने मे लगा ही हुआ था कि हमारे फ्लैट  पर किसी ने दस्तक दी...जिसे देखकर वरुण तुरंत गेट की तरफ भागा....
"अरे सोनम ,तुम यहाँ...ऐसे अचानक..."वरुण हड़बड़ा कर बोला...वरुण की हालत देखकर कोई भी कह सकता है कि जो लड़की इस वक़्त हमारे रूम के दरवाजे पर खड़ी है,उसे यहाँ देखने की कल्पना वरुण ने कभी नही की होगी....

"वरुण, हाउ आर यू..."

"फाइन...लेकिन तुम यहाँ कैसे..."

"पहले दरवाजे से तो दूर तो हटो...इडियट "वरुण को धक्का देकर रेड स्कर्ट और ब्लू जीन्स मे चमचमाती हुई एक लड़की ने अंदर कदम रखा,जिसे देखकर अरुण का मुँह 2 इंच फट गया और मैं रूम मे इधर-उधर पड़ी दारू की बोतल को छिपाने मे लग गया....

"अरे बताओ तो कि तुमने अचानक अपने दर्शन कैसे दे दिए..."

"पहले ये बताओ कि ये दो नमूने कौन है.."और फिर अरुण की तरफ इशारा करते हुए सोनम बोली" और इस नमूने को बोलो कि ये मुझे लाइन मारना बंद करे..."

"इसने हम दोनो को नमूना बोला..."गुस्से मे मैने अरुण से कहा...लेकिन मेरी आवाज़ इतनी धीमी थी कि सिर्फ़ अरुण ही सुन पाए...

"रंडी है साली,  पेलवाने आई होगी..."अरुण भी धीरे से चीखा...
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"सोनम, बालकनी मे चलते है..."हम दोनो के सामने वरुण ने उस रेड स्कर्ट वाली लड़की का हाथ पकड़ा लेकिन उस रेड स्कर्ट वाली लड़की ने तुरंत वरुण का हाथ झटक कर दूर कर दिया....

"वरुण , तुम नही जानते कि इस कॉलोनी मे मेरी एक फ्रेंड भी रहती है और मेरी उसी फ्रेंड ने मुझे आज सुबह कॉल किया और बोली कि मैं एक लड़के से मिलकर अपनी उस फ्रेंड का मेस्सेज उसके प्रेमी को दे दूं..."

"तो इसमे मैं क्या कर सकता हूँ..."

"असल मे हम दोनो की बात पूरी नही हो पाई और जब मेरी वो दोस्त मुझे उस लड़के का अड्रेस दे रही थी तो कॉल डिसकनेक्ट हो गयी..."

"क्या नेम है उन दोनो प्रेमी जोड़े का..."

"मेरी फ्रेंड का नेम है ,निशा...और उस लड़के का नेम..."

"अरमान...?"मैने बीच मे बोला...

"या,राइट...लेकिन तुम्हे कैसे पता, कही तुम कोई तांत्रिक तो नही..."

"एक्चुअली, वो लड़का मैं ही हूँ...जिसे तुम ढूँढ रही हो...😁"

"Oh... That's Great.... ,तो तुम ही हो निशा के वो चंपू बाय्फ्रेंड..."

"हां ,मैं ही हूँ निशा का वो चंपू बाय्फ्रेंड..तो चल बता छछुन्दर क़ी निशा ने क्या मेसेज दिया है... "मैने कहा और मेरे इतना काजते ही मै और अरुण एक साथ सोनम पर हँस पडे... लोल... वरुण का चेहरा देखने लायक़ था उस वक़्त.

सोनम के द्वारा मुझे चंपू कहने पर मैं अंदर ही अंदर भड़क उठा था... कि ये कल की आई लड़की की इतनी हिम्मत...जो मेरे जैसे युग पुरुष को चम्पू कहे... इसलिए भड़ास तो मुझे निकालनी ही थी.. जो मैने निकाली भी, उसे छछुन्दर कहके...जिसका अंदाज़ा सोनम को भी हुआ. साली खुद को बहुत कूल समझ रेली थी, लेकिन उसे मालूम नही था कि मैं कौन हूँ....बोले तो उसे इसका ज़रा सा भी अंदाज़ा नही था कि अरमान क्या चीज़ है. जब मैने अपने कॉलेज कि सीनियर लड़कियों को नहीं छोड़ा तो फिर ये कौन से खेत की लूली है... लोल दूंगा इसको पूरा.

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4 Comments

Yug Purush

15-Dec-2021 04:04 PM

Thanx friends

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prashant pandey

15-Dec-2021 01:30 PM

yug purush ki insult ka soch rahi hai ye ladki😬😬😬😲😲😲

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Miss Lipsa

10-Dec-2021 05:10 PM

Wow

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